Rahat Indori Shayari: राहत इंदौरी के बारे में कौन नहीं जानता, वह भारत एक प्रसिद्ध लेखक, कवि, और गीतकार है। यदि आप राहत इंदौरी द्वारा लिखे गए उनके प्रसिद्ध शायरियां ढूंढ रहे हैं तो आज इस लेख में मैं आपके साथ साझा करने जा रहा हूं राहत इंदौरी के मजेदार शायरी जिसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए। राहत इंदौरी का जन्म 1 जनवरी 1950 को इंदौर में हुआ था और इनकी मृत्यु 11 अगस्त 2020 को हृदय गति रुकने की वजह से हुई थी।
राहत इंदौरी बॉलीवुड के गीतकार और कवि थे। उन्होंने हिंदी और उर्दू में चार सौ से अधिक गीतों के बोल लिखे, जिनमें से कई लोकप्रिय कलाकारों जैसे आशा भोंसले, लता मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी, किशोर कुमार, सुरेश वाडकर और उदित नारायण द्वारा रिकॉर्ड किए गए। यह भारत के एक महान कवि थे। राहत इंदौरी ने सैकड़ों कविताएं छंद, गजल और गीत लिखी है। इनको कई बड़े अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। यह कई पॉपुलर टेलीविजन शो में भी अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। चलिए राहत इंदौरी की इन शायरियों को पढ़ते हैं।
Table of Contents
Top Rahat Indori Shayari
ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था
मैं बच भी जाता तो एक रोज मरने वाला था।
इन रातों से अपना रिश्ता जाने कैसा रिश्ता है,
नींदें कमरों में जागी हैं ख़्वाब छतों पर बिखरे हैं।
मोड़ होता है जवानी का सँभलने के लिए,
और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूं हैं।
Rahat Indori Shayari in Hindi
आते जाते हैं कई रंग मेरे चेहरे पर,
लोग लेते हैं मजा ज़िक्र तुम्हारा कर के।
आँखों में पानी रखों, होंठो पे चिंगारी रखो जिंदा रहना है,
तो तरकीबे बहुत सारी रखो राह के पत्थर से बढ के,
कुछ नहीं हैं मंजिलें रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो।
राज़ जो कुछ हो इशारों में बता भी देना,
हाथ जब उससे मिलाना तो दबा भी देना।
Motivational Rahat Indori Shayari
रेंगने की भी इजाज़त नहीं हम को वर्ना
हम जिधर जाते नए फूल खिलाते जाते।
मैं तो जलते हुए सहराओं का इक पत्थर था
तुम तो दरिया थे मिरी प्यास बुझाते जाते।
मुझ को रोने का सलीक़ा भी नहीं है शायद
लोग हँसते हैं मुझे देख के आते जाते।
Rahat Indori Shayari 2 Line
बहुत से लोग कि जो हर्फ़-आशना भी नहीं
इसी में ख़ुश हैं कि तेरी किताब रखते हैं।
ये मय-कदा है वो मस्जिद है वो है बुत-ख़ाना
कहीं भी जाओ फ़रिश्ते हिसाब रखते हैं।
हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते।
राहत इंदौरी शायरी इन हिंदी
न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा,
हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा।
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो।
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो।
Rahat Indori Shayari on Dosti
राह के पत्थर से बढ़ कर कुछ नहीं हैं मंज़िलें
रास्ते आवाज़ देते हैं सफ़र जारी रखो।
है मेरे चारों तरफ़ भीड़ गूँगे बहरों की
किसे ख़तीब बनाऊँ किसे ख़िताब करूँ।
मैं करवटों के नए ज़ाइक़े लिखूँ शब-भर
ये इश्क़ है तो कहाँ ज़िंदगी अज़ाब करूँ।
Rahat Indori Shayari Lagegi Aag
ये ज़िंदगी जो मुझे क़र्ज़-दार करती रही
कहीं अकेले में मिल जाए तो हिसाब करू।
एक ही नद्दी के हैं ये दो किनारे दोस्तो
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो।
आते जाते हैं कई रंग मिरे चेहरे पर
लोग लेते हैं मज़ा ज़िक्र तुम्हारा कर के।
Rahat Indori Shayari Rekhta
हमारे शहर के मंज़र न देख पाएँगे
यहाँ के लोग तो आँखों में ख़्वाब रखते हैं।
एक चिंगारी नज़र आई थी बस्ती में उसे
वो अलग हट गया आँधी को इशारा कर के।
आसमानों की तरफ़ फेंक दिया है मैं ने
चंद मिट्टी के चराग़ों को सितारा कर के।
Rahat Indori Shayari Bulati Hai Magar
बुलाती है मगर जाने का नहीं
ये दुनिया है इधर जाने का नहीं…
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर
मगर हद से गुज़र जाने का नहीं…
ज़मीं भी सर पे रखनी हो तो रखो
चले हो तो ठहर जाने का नहीं…
Rahat Indori Shayari Ghazal
ये ज़रूरी है कि आँखों का भरम क़ाएम रहे
नींद रखो या न रखो ख़्वाब मेयारी रखो।
आते जाते पल ये कहते हैं हमारे कान में
कूच का ऐलान होने को है तय्यारी रखो
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें,
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहें।
Rahat Indori Ki Shayari
जागने की भी, जगाने की भी, आदत हो जाए,
काश तुझको किसी शायर से मोहब्बत हो जाए।
एक ही नाड़ी के हैं ये दो किनारे दोस्तों
दोस्ताना ज़िन्दगी से मौत से यारी रखो।
आते जाते पल ये कहते हैं हमारे कान में
कुछ का ऐलान होने को है तैयारी रखो।
Rahat Indori Shayari Status
ये ज़रूरी है की आँखों का भरम क़ायम रहे
नींद रखो या न रखो ख्वाब मेयारी रखो।
ज़िंदगी है एक सफ़र और ज़िंदगी की राह में,
ज़िंदगी भी आए तो ठोकर लगानी चाहिए।
मैंने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया,
एक समुंदर कह रहा था मुझको पानी चाहि।
Popular Rahat Indori Shayari
हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे,
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते।
मैं ताज हूँ तो ताज को सर पर सजाएँ लोग
मैं ख़ाक हूँ तो ख़ाक उड़ा देनी चाहिए।
तुम्हें पता ये चले घर की राहतें क्या हैं,
हमारी तरह अगर चार दिन सफ़र में रहो।
Best Shayari Of Dr Rahat Indori
है अब ये हाल कि दर दर भटकते फिरते हैं,
ग़मों से मैं ने कहा था कि मेरे घर में रहो।
किसी को ज़ख़्म दिए हैं किसी को फूल दिए,
बुरी हो चाहे भली हो मगर ख़बर में रहो।
मैं जब्र हूँ तो जब्र की ताईद बंद हो
मैं सब्र हूँ तो मुझ को दुआ देनी चाहिए।
Dr. Rahat Indori Shayari in Hindi
मैं ख़्वाब हूँ तो ख़्वाब से चौंकाइए मुझे
मैं नींद हूँ तो नींद उड़ा देनी चाहिए।
सच बात कौन है जो सर-ए-आम कह सके
मैं कह रहा हूँ मुझ को सज़ा देनी चाहिए।
ये हवाएं उड़ न जाएं ले के काग़ज़ का बदन
दोस्तों मुझ पर कोई पत्थर ज़रा भारी रखो।
डॉ राहत इंदौरी के बेहतरीन शेर
ज़मीं पर आ गए आँखों से टूट कर आँसू
बुरी ख़बर है फ़रिश्ते ख़ताएँ करने लगे।
झुलस रहे हैं यहाँ छाँव बाँटने वाले
वो धूप है कि शजर इल्तिजाएँ करने लगे।
अजीब रंग था मज्लिस का ख़ूब महफ़िल थी
सफ़ेद पोश उठे काएँ काएँ करने लगे।
Best of Rahat Indori Shayari
ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे,
जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे।
वो मंज़िल पर अक्सर देर से पहुँचे हैं
जिन लोगों के पास सवारी रहती है।
छत से उस की धूप के नेज़े आते हैं
जब आँगन में छाँव हमारी रहती है।
Famous Rahat Indori Shayari Quotes
घर के बाहर ढूँढता रहता हूँ दुनिया
घर के अंदर दुनिया-दारी रहती है।
धूप इतनी कराहती क्यों है
छाँव के ज़ख़्म सी के देखते हैं।
टकटकी बाँध ली है आँखों ने
रास्ते वापसी के देखते हैं।
Life Rahat Indori Shayari
बारिशों से तो प्यास बुझती नहीं
आइए ज़हर पी के देखते हैं।
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर,
मगर हद से गुजर जाने का नईं।
आग के पास कभी मोम को लाकर देखूं,
हो इज़ाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखूं।
Rahat Indori Sad Shayari
मैंने अपनी खुश्क आँखों से लहू छलका दिया,
इक समंदर कह रहा था मुझको पानी चाहिए।
मैं आख़िर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता,
यहाँ हर एक मौसम को गुज़र जाने की जल्दी थी।
बुलाती है मगर जाने का नईं,
ये दुनिया है इधर जाने का नईं।
Top Rahat Indori Quotes in Hindi
जुबां तो खोल, नजर तो मिला, जवाब तो दे,
मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे।
इन रातों से अपना रिश्ता जाने कैसा रिश्ता है
नींदें कमरों में जागी हैं ख़्वाब छतों पर बिखरे हैं।
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें,
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहें।
Rahat Indori Hindi Ghazal
जागने की भी, जगाने की भी, आदत हो जाए,
काश तुझको किसी शायर से मोहब्बत हो जाए।
एक चिंगारी नज़र आई थी बस्ती में उसे,
वो अलग हट गया आँधी को इशारा कर के।
मिरे झूटे गिलासों की छका कर
बहकतों को सँभाला जा रहा है।
Rahat Indori Sher in Hindi
हमी बुनियाद का पत्थर हैं लेकिन
हमें घर से निकाला जा रहा है।
जनाज़े पर मिरे लिख देना यारो
मोहब्बत करने वाला जा रहा है।
गम सलामत हैं तो पीते ही रहेंगे लेकिन,
पहले मयखाने की हालात तो संभाली जाए।
Rahat Indori Ki Sher-O-Shayari
अपनी ताबीर के चक्कर में मिरा जागता ख़्वाब
रोज़ सूरज की तरह घर से निकल पड़ता है।
रोज़ पत्थर की हिमायत में ग़ज़ल लिखते हैं
रोज़ शीशों से कोई काम निकल पड़ता है।
उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है।
Rahat Indori Ki Hindi Shayari
नींदो से जंग होती रहेगी तमाम उम्र,
आँखों में बंद ख्वाब अगर खुल के आ गए।
भूलना भी हैं, जरुरी याद रखने के लिए,
पास रहना है, तो थोडा दूर होना चाहिए।
मेरा नसीब, मेरे हाथ कट गए वरना
मैं तेरी माँग में सिन्दूर भरने वाला था।
अंदर का ज़हर चूम लिया धुल के आ गए
कितने शरीफ़ लोग थे सब खुल के आ गए।
Sandeep Maheshwari Quotes in Hindi
Best Friendship Quotes in Hindi
Final Words
तो दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको ऊपर दिए गए सभी राहत इंदौरी के द्वारा लिखी गई शादियों (Rahat Indori Shayari) को पढ़ कर मजा आया होगा। राहत इंदौरी की इन शायरियों को अपने दोस्तों, मित्रों और परिवारों के साथ जरूर साझा करें। ऊपर दिए गए इमेजेस को आप स्टेटस के रूप में सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं।