Zubaan To Khol Nazar To Mila Javaab To De: राहत इंदौरी एक भारतीय कवि, गीतकार और बॉलीवुड फिल्म संवाद लेखक थे। राहत इंदौरी का जन्म 1950 में इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। उन्होंने 12 साल की उम्र में कविता लिखना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपनी पहली ग़ज़ल तब लिखी थी जब वे कॉलेज में थे। उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल से उर्दू साहित्य में एमए किया। आज इस लेख के माध्यम से हम राहत इंदौरी के एक प्रशिद्ध शौयरी जिसका शीर्ष है “ज़ुबाँ तो खोल नज़र तो मिला जवाब तो दे” के बारे में जानेंगे।
Zubaan To Khol Nazar To Mila Javaab To De
ज़ुबाँ तो खोल नज़र तो मिला जवाब तो दे
मैं कितनी बार लुटा हूँ मुझे हिसाब तो दे..!!
तेरे बदन की लिखावट में है उतार चढ़ाव
मैं तुझे कैसे पढूँगा मुझे किताब तो दे..!!
तेरा सवाल है साकी, ये जिंदगी क्या है?
जवाब देता हु पहले मुझे शराब तो दे..!!
Zubaan To Khol Nazar To Mila Javaab To De,
Main Kitanee Baar Luta Hoon Mujhe Hisaab To De..!!
Tere Badan Kee Likhaavat Mein Hai Utaar Chadhaav,
Main Tujhe Kaise Padhoonga Mujhe Kitaab To De..!!
Tera Savaal Hai Saakee, Ye Jindagee Kya Hai?
Javaab Deta Hu Pahale Mujhe Sharaab To De..!!
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